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पंचायत की मार सिर्फ औरत पर ही क्यों पड़ती है

पिछले कुछ सालो से हम सब ने  खाप पंचायत का बहुत नाम सुना है पर यह खाप पंचायत है क्या ? खाप पंचायत के लोगो का कहना है की अगर कोई  लड़का या लड़की एक ही गाँव के है और उनका गोत्र भी एक है तो वो शादी नही कर सकते है क्योंकी वो दोनों भाई बहन है जबकि हमारे सविधान में ऐसा कुछ नही लिखा है हम किसी को भाई या बहन तब मानते है जब वो हमारे रिश्तेदार हो या उसे हमारा खून का रिश्ता हो। जबकि खाप के लोगो का कहना है की एक ही गाँव में रहे वाले लोग भाई बहन है उन दोनों के बीच प्यार या शादी का रिश्ता नही हो सकता है। इसेको मद्देनज़र  रखते हुए हरियाणा की सर्व खापों ने 2010 में सरकार  से हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन की मांग की है।
खाप पंचायत ने सर्वसम्मति से  प्रस्ताव पारित किया की एक ही गाँव में एक ही गोत्र में किया गया विवाह अवैध घोषित किया जाए। और साथ में ही खाप प्रतिनिधियों ने सामाजिक परंपराओं और रीति रिवाजों का हवाला भी दिया। और कहा कि आधुनिकता के नाम पर युवा पीढ़ी पथभ्रष्ट हो रही है और सामाजिक ताने-बाने को खराब कर रही है। सर्व खाप पंचायत का प्रतिनिधिमंडल अपनी मांग के समर्थन में 5 नवंबर को दिल्ली में राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री और केंद्र कानून मंत्री को ज्ञापन सौंपेगे ।
अभी कुछ साल पहले मनोज और बबली के केस सामने आये थे जिसे दोनों को खाप पंचायत मौत की सजा सुनाई थी . इन दोनों ने परिवार और समाज के खिलाफ जा कर शादी की थी जिसकी सजा इन्हें मिली। इस केस में 2010 में 5 लोगो को सजा मिली पर क्या सिर्फ सजा मिलने से हमारे समाज से  खाप पंचायत का डर ख़त्म हो जाएगा। जो लोग खाप के नाम पर लोगो का ख़ून बहा रहे है वो रुकेगा कब रुकेगे या रुकेगे भी या नही कुछ कहा नही जा सकता वहीं, गठवाला खाप के अध्यक्ष बलजीत मलिक ने कहा कि एक ही गोत्र, एक ही गांव और आसपास के गांवों में शादी को अवैध व अमान्य घोषित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि खापों को बेवजह ही बदनाम किया जा रहा है। आज तक किसी भी खाप पंचायत ने ऑनर कीलिंग नहीं करवाई है। खाप तो इस प्रकार के निर्णयों का विरोध करती हैं।
अभी कुछ दिनों से हरियाणा में लगातार हो रहे रेप और गैंगरेप के मामले पर पूर्व मुख्यएमंत्री ओमप्रकाश चैटाला ने खाप पंयायतों के बयान से मिलता जुलता विवादास्प द बयान दिया है । बयान में उन्हों ने कहा कि रेप जैसी वारदातों से लड़कियों को बचाने के लिए उनकी शादी कम उम्र में कर देनी चाहिए। इससे पहले हरियाणा के खाप पंचायत ने एक अनोखा उपाय सुझाते हुए कहा था कि विवाह के उम्र में कमी करके ऐसा अपराधों पर काबू पाया जा सकता है।  पिछले एक महीने के अंदर बलात्कार के 16 मामले हो चुके है। जिसमें कई ऐसे मामले हैं, जो बेहद ही दर्दनाक हैं
खाप के एक सदस्य  ने कहा था कि बच्चेक जैसे-जैसे बड़े होते हैं, उनकी यौन इच्छा ओं में भी बढ़ोत्तएरी होती है। जब यह इच्छाच पूरी नहीं होती तो वह भटकने लगते हैं, और फिर ऐसे अपराधों को अंजाम दिया जाता हैं। इस कारण से शादी की कोई न्यूनतम उम्र नहीं होनी चाहिए। क्या कम उम्र में शादी करने से रेप जैसे केस नही होगे अगर ऐसा है तो रेप उन महिलायों का क्यों होता है जो शादी- सुदा  होती है या उन बच्ची हा जो सिर्फ 2 या 3 साल की है उनका क्या कसूर होता है
वही दूसरी तरफ 18 जुलाई 2012 को उत्तर प्रदेश के लिलोन गांव में हुई एक आठ गाँव के बैठक में पंचायत ने एक बार फिर लडकियों पर फतबा जरी करते हुए कहा की लडकियों को अगर  छेड़छाड़ की घटनाओं से बचाना है तो वो ढंग के कपडे पहने और उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में खाप पंचायत के फैसले के बाद अब शामली के लिलोन गांव में एक पंचायत ने अपना फरमान सुनाते हुए लड़कियों के जींस और टॉप पहनकर बाहर जाने पर पाबंदी लगा दी है।और साथ में लडकियों को मोबाइल रखने पर भी पाबंदी लगा दी। पंचायत में इस बात पर भी सहमति जतायी गयी कि यदि किसी घर की लड़की पंचायत के निर्देशों का उल्लंघन करती है तो उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया जाएगा। पंचायत ने लड़कियों के पहनावे पर नजर रखने के लिए जगह-जगह लोगों को तैनात किया है, जो इसकी जानकारी देंगे।
हमे आजाद हुए 65 साल हो गए है पर क्या इस देश की औरते और लडकियों को पूरी तरह से आज़ादी मिल पाई है

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